सी डी एफ टी में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस का आयोजन किया गया

सी डी एफ टी में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस का आयोजन किया गया
सी डी एफ टी में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस का आयोजन किया गया

भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्घिश कुरियन की 101 वीं जयंती को पशुपालन और डेयरी विभाग, भारत सरकार राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मना रहा है। इसी क्रम में एम पी यू ए टी के संघटक डेयरी कॉलेज में भी राष्ट्रीय दुग्ध दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अधिष्ठाता डॉ. लोकेश गुप्ता ने डॉ. वर्घिश कुरियन को माल्यार्पण करते हुए सभी विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों को अपने संबोधन में दुग्ध उत्पादन एवं वितरण के क्षेत्र में डॉ. वर्घिश कुरियन के प्रेरणास्पद योगदान के बारे में बताया । अपने संबोधन में  डॉ. लोकेश गुप्ता  ने दुग्ध उत्पादन, प्रसंस्करण तथा वितरण के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला ।

माननीय कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक ने अपने सन्देश में सभी विद्यार्थियों से भारत के मिल्कमैन डॉ. वर्घिश कुरियन के प्रेरणास्पद जीवन से सीखने का आह्वान किया। अपने सन्देश में उन्होंने कहा की दुग्ध एवं  खाद्य उत्पादन एवं प्रसंस्करण का क्षेत्र रोजगार और उद्यमिता की असीम सम्भावनाओ से भरा पड़ा है और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में हमारे देश को उद्यमिता की आवश्यकता काफी ज्यादा है अतएव  विद्यार्थियों को चाहिए की वह रोजगार लेने की बजाय रोजगार प्रदान करने वाले बने।

श्री कमलेश मीना, छात्र कल्याण अधिष्ठाता ने बताया की इस अवसर पर “दुग्ध तथा खाद्य प्रसंस्करण में उभरती हुई तकनीके” की थीम पर एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस प्रतियोगिता में महाविद्यालय के 300  विद्यार्थियों में से 52 ने मिलकर बड़े ही उत्साह के साथ 13 पोस्टरो पर अपने विचारो को प्रस्तुत किया जिन का अवलोकन अन्य महाविद्यालय के विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों ने भी किया । तीन उत्कृष्ट पोस्टरों का चयन भी  किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान  श्री अर्पित नागर, द्वितीय सुश्री आयुषी कोठारी एवं तृतीय श्री पीयूष चांडक ने प्राप्त किया।