गुरु पूर्णिमा का आध्यात्मिक महत्व और गुरु की महिमा: अश्विनी गुरुजी, ध्यान आश्रम

गुरु पूर्णिमा का आध्यात्मिक महत्व बताते हुए अश्विनी गुरुजी ने कहा कि गुरु शिष्य के मोक्ष का माध्यम हैं। ध्यान आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर 24 घंटे का यज्ञ आयोजित होगा।

Jul 11, 2025 - 02:16
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गुरु पूर्णिमा का आध्यात्मिक महत्व और गुरु की महिमा: अश्विनी गुरुजी, ध्यान आश्रम
गुरु पूर्णिमा का आध्यात्मिक महत्व और गुरु की महिमा: अश्विनी गुरुजी, ध्यान आश्रम

मुंबई। ध्यान फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत अश्विनी गुरुजी ने गुरु पूर्णिमा के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ध्यान की नींव गुरु की छवि से ही बनती है। पूजा की नींव गुरु के चरणों में है और गुरु के वचन मंत्र के समान होते हैं। उनका मानना है कि मोक्ष केवल गुरु कृपा से ही संभव है।

अश्विनी गुरुजी के अनुसार, “गुरु की मान्यता केवल वैदिक संस्कृति में ही मिलती है। गुरु शिष्य और दैविक शक्तियों के बीच सेतु होते हैं। वे शिष्य की क्षमताओं को पहचानते हुए उसके लिए उपयुक्त साधना मार्ग प्रशस्त करते हैं। गुरु माँ के समान होते हैं और शिष्य शिशु के समान। गुरु जानते हैं कि शिष्य को क्या और कितना देना है। ज्ञान को धीरे-धीरे शिष्य की क्षमता के अनुसार ही हस्तांतरित किया जाता है।”

उन्होंने कहा कि गुरु का मिलना दुर्लभ है और इसके लिए दूसरों की कही-सुनी बातों पर नहीं, बल्कि स्वयं के अनुभव और अंतरदृष्टि पर भरोसा करना चाहिए। “जब आपको सच्चे गुरु की प्राप्ति हो जाती है, तो अन्य किसी प्रवचन की आवश्यकता नहीं रहती। आपकी खोज वहीं समाप्त हो जाती है।”

गुरु पूर्णिमा के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि यह दिन अत्यधिक शक्तिशाली होता है। “गुरु पूर्णिमा की रात को गुरु के सानिध्य में यज्ञ और मंत्र साधना करने से कई वर्षों की साधना के बराबर फल एक ही रात में प्राप्त होता है।”

ध्यान फाउंडेशन गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर 24 घंटे का विशेष यज्ञ आयोजित कर रहा है। यह यज्ञ ध्यान आश्रम की यज्ञशाला में अश्विनी गुरुजी के सानिध्य में संपन्न होगा।

अश्विनी गुरुजी वैदिक विज्ञान के प्रतिष्ठित अधिकारी हैं। उनकी पुस्तक ‘सनातन क्रिया: द एजलेस डाइमेंशन’ एंटी-एजिंग पर एक प्रशंसित शोध-ग्रंथ है।

अधिक जानकारी के लिए www.dhyanfoundation.com पर जाएं।