उदयपुर: मात्स्यकी महाविद्यालय में सगन वृक्षारोपण

उदयपुर के मात्स्यकी महाविद्यालय में हरियालो राजस्थान के तहत 55 सगन पौधे रोपे गए।

Aug 1, 2025 - 23:29
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उदयपुर: मात्स्यकी महाविद्यालय में सगन वृक्षारोपण
उदयपुर: मात्स्यकी महाविद्यालय में सगन वृक्षारोपण

उदयपुर, 1 अगस्त 2025: राजस्थान सरकार के महत्वाकांक्षी 'हरियालो राजस्थान' अभियान के अंतर्गत आज मात्स्यकी महाविद्यालय, उदयपुर में सगन वृक्षारोपण का एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के परिसर में 55 फूलों और छायादार सगन पौधों का रोपण किया गया, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण और हरित राजस्थान के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आर. ए. कौशिक के संबोधन से हुई। उन्होंने विद्यार्थियों को वृक्षों के पर्यावरणीय महत्व के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. कौशिक ने कहा, "वृक्ष न केवल ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने और जैव विविधता को संरक्षित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आज का यह प्रयास हमारी भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण सुनिश्चित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।"

डॉ. ओझा ने भी छात्रों को संबोधित करते हुए वृक्षों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सगन जैसे पौधे न केवल पर्यावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि सांस्कृतिक और औषधीय महत्व भी रखते हैं। उनके व्याख्यान ने छात्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को और मजबूत किया।

वृक्षारोपण में महाविद्यालय के द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई। उन्होंने शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ मिलकर परिसर में पौधे रोपे। इस दौरान सभी छात्रों ने संकल्प लिया कि वे इन पौधों की देखभाल और सुरक्षा का दायित्व निभाएंगे। एक छात्र ने कहा, "हम इन पौधों को अपने परिवार के सदस्यों की तरह देखभाल करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि ये स्वस्थ रूप से विकसित हों।"

इस आयोजन में महाविद्यालय के कर्मचारियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। श्रीमती आरती, रीना, श्री बाबूलाल जाट, प्रभुलाल गायरी, जितेंद्र मीणा, प्रकाश मालवीय, थानाराम जी और ईश्वर ने न केवल पौधे रोपने में मदद की, बल्कि छात्रों का उत्साहवर्धन भी किया। उनकी भागीदारी ने इस कार्यक्रम को सामुदायिक सहयोग का एक शानदार उदाहरण बनाया।

'हरियालो राजस्थान' अभियान, जो 7 अगस्त 2024 को हरियाली तीज के अवसर पर शुरू हुआ था, राजस्थान को हरित और पर्यावरणीय रूप से समृद्ध बनाने का लक्ष्य रखता है। इस अभियान के तहत राज्य सरकार ने अगले पांच वर्षों में 50 करोड़ पौधे लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। मात्स्यकी महाविद्यालय का यह प्रयास इस जन आंदोलन का हिस्सा है, जो स्थानीय समुदायों और शैक्षणिक संस्थानों की भागीदारी को बढ़ावा देता है।

यह कार्यक्रम न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम है, बल्कि युवाओं में प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना को भी प्रोत्साहित करता है। मात्स्यकी महाविद्यालय के इस प्रयास ने उदयपुर में हरियाली की एक नई शुरुआत की है, जो अन्य संस्थानों के लिए भी प्रेरणादायक है। जैसे-जैसे ये पौधे बड़े होंगे, वे न केवल परिसर की शोभा बढ़ाएंगे, बल्कि एक स्वच्छ और हरित भविष्य की नींव भी रखेंगे।