'अँधेरा' में इंस्पेक्टर कल्पना बनीं प्रिया बापट
'अँधेरा' में प्रिया बापट ने इंस्पेक्टर कल्पना के रूप में दमदार और संवेदनशील अभिनय किया।
मुंबई (अनिल बेदाग) : "सिटी ऑफ़ ड्रीम्स", "रात जवान है" और "कोस्टाओ" जैसी सराही गई फ़िल्मों और हिट वेब सीरीज़ में अपने सशक्त अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाली प्रिया बापट अब अपनी नई प्रस्तुति "अँधेरा" के साथ प्राइम वीडियो पर एक बार फिर चर्चा में हैं। इस नए प्रोजेक्ट में उन्होंने इंस्पेक्टर कल्पना का किरदार निभाकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा और दमदार स्क्रीन प्रेज़ेंस का सबूत दिया है।
भावनात्मक रूप से गहन और प्रामाणिक किरदार निभाने के लिए मशहूर प्रिया ने "अँधेरा" में भी उसी समर्पण और गंभीरता के साथ अभिनय किया है। यह एक गहन अपराध-नाटक है, जिसमें कर्तव्य और अंधकार के बीच की महीन रेखा को बारीकी से उकेरा गया है। अपने अनुभव साझा करते हुए प्रिया कहती हैं,
"अँधेरा में पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाना सिर्फ वर्दी पहनने तक सीमित नहीं था, बल्कि उस जिम्मेदारी के भार को महसूस करना भी था। इस किरदार के लिए मुझे बहुत सी पुरानी आदतें छोड़नी पड़ीं और अपने सहज व्यक्तित्व को नए सिरे से गढ़ना पड़ा। यह मेरे लिए हर स्तर पर चुनौतीपूर्ण रहा।"
अपने रचनात्मक संतुलन और मानसिक स्थिरता बनाए रखने के तरीकों के बारे में प्रिया ने एक खास राज भी साझा किया—
"मुझे जुगनू के मौसम में भंडारदरा (नासिक के पास) जाना बेहद पसंद है। रात के सन्नाटे में जुगनुओं की रोशनी देखना मुझे याद दिलाता है कि गहरे अंधेरे में भी सुंदरता और उम्मीद मौजूद होती है। यह अनुभव मुझे गहन और गंभीर भूमिकाओं के लिए मानसिक रूप से तैयार करता है।"
प्रिया बापट का करियर हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण और बहुस्तरीय भूमिकाओं के चयन से पहचाना जाता है। "अँधेरा" भी उनकी फिल्मोग्राफी में सिर्फ एक और नाम नहीं है, बल्कि एक ऐसे सफर की अगली कड़ी है जो उन्हें एक नए और साहसिक आयाम की ओर ले जाती है। यह किरदार न सिर्फ दर्शकों को उनके अभिनय की गहराई से रूबरू कराता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि वे हर प्रोजेक्ट में अपने कला-मानदंड को ऊँचा उठाने के लिए तत्पर रहती हैं।
"अँधेरा" के जरिए प्रिया ने एक बार फिर यह दिखाया है कि वे सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं, बल्कि एक सशक्त कहानीकार भी हैं, जो अपने किरदार के जरिए दर्शकों को भावनात्मक और सोचने पर मजबूर करने वाला अनुभव देती हैं।